हेलो, मैं सदम हंजबाम, मणिपुर का रहनेवाला हूं।ख़ुद को अपनाने की लड़ाई और दूसरे लोगों द्वारा न अपनाए जाने की वजह से मुझे कई मुश्किलें आई।यहां तक कि दो बार तो मैंने ख़ुद को मौत के मुँह से बाहर निकाला है। मैं अपनी कहानी सबके साथ सांझा करना चाहता हूं क्योंकि यह ज़रूरी है कि हमें एक ऐसा सुरक्षित माहौल मिले जहां हम अपनी कमज़ोरियों के बावजूद ईमानदारी से मन की बात कह सकें।