अंजलि की कहानी
हेलो, मैं अंजलि हूं। मैं चाहती हूं कि लड़कियां यह महसूस करना बंद करें कि कोई हमारी बात सिर्फ़ इसलिए नहीं सुनेगा क्योंकि हम लड़कियां हैं। मेरे समुदाय में एक महिला का आगे बढ़ना कई बार बहुत मुश्किल हो सकता है क्योंकि ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिनके बारे में बात नहीं की जाती है। ये मेरी कहानी है।
अंजलि, मिलान फाउंडेशन में कार्यरत एक 20 वर्षीय सहकर्मी मार्गदर्शिका है। वह आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश में रहने वाली युवा लड़कियों के साथ मिलकर, स्त्री स्वास्थ्य और अधिकारों के विषय पर काम करती है।
कथाकार
अंजलि
शोधकार्य
फेथ गोंज़ाल्वेज़
कला एवं चित्र
साकेत घैसास
मीडिया उत्पादन
कपिल दास