अपने किसी प्रियजन को आत्महत्या के विचारों और भावनाओं से घिरा हुआ देखना आपके लिए काफ़ी मुश्किल हो सकता है। कुछ आसान तरीके हैं जिन से आप उनकी मदद कर सकते हैं।
अपने करीबी लोगों को आत्महत्या के बारे में विचार करते हुए देखने पर यह स्वाभाविक है कि आप अशांत, परेशान, व्याकुल या नाराज़ हो उठें। इस समय यह ज़रूरी हो जाता है कि आप उनके भले के लिए शांत रहे। इस से उन्हें मदद मिलेगी।
लोगों को ऐसा लगता है कि यदि वो आत्महत्या के विषय पर बात करेंगे और इसके बारे में पूछेंगे तो बात और बिगड़ जाएगी या इन बातों की वजह से कोई गलत कदम न उठा ले। ऐसा नहीं है। आत्मघाती विचारों और भावनाओं के बारे में बात करने से लोगों को ऐसा लगता है कि कोई है जो उनकी चिंता करता है। इस से उनकी निराशा कम होती है।
आत्महत्या का विचार करने वाले लोगों की सबसे बड़ी मदद होती उनकी बातों को शांतिपूर्वक ध्यान देकर सुनना। आपका मन करेगा कि आप उन्हें उनकी समस्या का हल बताएं या उसके समाधान के लिए जल्द ही कोई कदम उठाएं। ऐसा करने से कहीं ज़्यादा मददगार होगा अगर आप उनकी बातों को बस सुन लें और उन्हें ये जता सकें कि आपको दिल से उनकी चिंता है।
एक दूसरे के अनुभवों का आदर करें। हमें पता होता है कि हम ख़ुद अपनी मदद कैसे कर सकते हैं और कौन सी बात हमें नुकसान पहुंचाती है। अगला कदम क्या हो, यह उनके साथ मिलकर तय करें। ऐसा करने से दोतरफ़ा फ़ायदे होंगे - पहला यह कि इस ज़रुरत की घड़ी में आप उन्हें सुरक्षित रखने के लिए उनके साथ रहेंगे और दूसरा यह कि आपको यह पता चलेगा कि आनेवाले समय में उन्हें किस प्रकार की सहायता की ज़रुरत हो सकती है। बात करते वक़्त आप नीचे दिए गए सुरक्षा योजना के प्रारूप (टेम्पलेट) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आत्महत्या का विचार करने वाले आपके प्रियजन यदि इस बात से चिंतित हैं की वो शायद ख़ुद को महफूज़ नहीं रख पाएंगे, तब यह कोशिश करें की आप उनके आस-पास की जगह से ऐसी सभी चीज़ें हटा दें जिन से वो ख़ुद को चोट पहुंचा सकते हैं। हो सके तो किसी भरोसेमंद व्यक्ति को उनके साथ तब तक रुकने के लिए कहें जब तक खतरा टल न जाए।