ऐसा व्यवहार जो आप बार-बार दोहराते हैं उसे पैटर्न कहते हैं, इसे पहचानें। आत्मक्षति करने के लिए आपको उकसाने वाली वजहें ट्रिगर बनकर चिंगारी का काम करती हैं। उनका पता लगा कर उस चिंगारी को आग बनने से पहले रोकने में आप ख़ुद अपनी मदद कर सकते हैं। ये कारण/ ट्रिगर्स कोई भी हो सकते है जैसे कुछ ख़ास लोग, परिस्थितियां, सालगिरह, अनुभूतियां, कुछ व्यक्तिगत विचार या भावनाएं। यह तीव्र इच्छा किसी शारीरिक वजह से भी हो सकती है जैसे कि:
- दिल की तेज़ धड़कन या भारीपन
- गहरे दुःख या गुस्से की भावना
- ख़ुद का होश न रहना या कुछ भी अनुभव न कर पाना (नो सेंसेशन)
- आत्मक्षति (ख़ुद को नुकसान पहुंचाने) के निरंतर आते विचार
इन कारणों/ट्रिगर्स के बारे में आप जो भी देखते या महसूस करते हैं उन्हें एक जगह पर लिखें। इस से अगली बार आप को जब भी ऐसा कुछ लगेगा तब आप उसे तुरंत पहचान पाएंगे।